Facts About bhairav kavach Revealed

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वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः ॥



आग्नेयां च रुरुः पातु दक्षिणे चण्डभैरवः

ಪಾತು ಮಾಂ ವಟುಕೋ ದೇವೋ ಭೈರವಃ ಸರ್ವಕರ್ಮಸು

साधक कुबेर के जीवन की तरह जीता है और हर जगह विजयी होता है। साधक चिंताओं, दुर्घटनाओं और बीमारियों से मुक्त जीवन जीता है।

ॐ हृीं पाधौ महाकालः पातु वीरा सनो ह्रुधि

सत्यं get more info सत्यं पुनः सत्यं सत्यमेव न संशयः ॥ २॥

नाख्येयं नरलोकेषु सारभूतं सुरप्रियम्।।

एतत् कवचमीशान तव स्नेहात् प्रकाशितम्





शत्रु के द्वारा किये हुए मारण, मोहन, उच्चाटन आदि तंत्र दोष नष्ट होते है, उनसें रक्षा होती है।

सम्प्राप्नोति फलं सर्वं नात्र कार्या विचारणा।

ಸಂಪ್ರಾಪ್ನೋತಿ ಪ್ರಭಾವಂ ವೈ ಕವಚಸ್ಯಾಸ್ಯ ವರ್ಣಿತಮ್

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